राफेल के बाद कांग्रेस ने उठाया पनडुब्बी का मुद्दा, प्रधानमंत्री पर लगाए गंभीर आरोप

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार पर  45,000 करोड़ रुपए की  75-I पनडुब्बी परियोजना में अडानी ग्रुप का 'पक्षपात' करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस तरह से 'क्रोनी कैपिटलिस्ट' को बढ़ावा दिया जा रहा है।
 

/ Updated: Jan 17 2020, 12:32 AM IST

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कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार पर  45,000 करोड़ रुपए की  75-I पनडुब्बी परियोजना में अडानी ग्रुप का 'पक्षपात' करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस तरह से 'क्रोनी कैपिटलिस्ट' को बढ़ावा दिया जा रहा है।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस के संचार प्रमुख रणदीप सुरजेवाला और पार्टी प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने सरकार पर 2016 की रक्षा खरीद प्रक्रिया के उल्लंघन के साथ-साथ भारतीय नौसेना की 'अधिकार प्राप्त समिति' की सिफारिशों को नहीं मानने का भी आरोप लगाया। यह समिति नौसेना के प्रोजक्ट के लिए ही बनी थी।

कांग्रेस का दावा है कि नौसेना की अधिकार प्राप्त समिति ने सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई मझगांव डॉक्स शिपबिल्डर्स लिमिटेड और निजी क्षेत्र से लार्सन एंड टुब्रो को शॉर्टलिस्ट किया।

लेकिन सरकार ने अडानी रक्षा जेवी को अनुमति देकर समिति की सिफारिशों का उल्लंघन करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसे न तो पनडुब्बी निर्माण में कोई अनुभव है और न ही आवश्यक क्रेडिट रेटिंग हासिल है।

अब तक न तो सरकार और न ही अडानी समूह ने एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के लगाए आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया दी है।