बीजेपी के 5 हजार इवेंट, केजरीवाल के 68 रोड शो तो पीछे रही कांग्रेस...ऐडी चोटी के जोर में राजनेताओं का खेल

दिल्ली विधानसभा चुनाव में सियासतदारों ने ऐडी चोटी का जोर लगा दिया। दिल्ली की हर गली हर मोहल्ले में राजनीतिक शोर सुनाई दिया। बीजेपी कांग्रेस और सत्तासीन आम आदमी पार्टी ने तमाम रोड शो और रैलियां और जनसभाएं कीं। जनता से तमाम वादे और दावे किए। आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। लेकिन जनता के जहन में किसकी बातें उतरीं इस बात को कोई नहीं भुना पाया। चुनाव प्रचार में बड़े से बड़े स्टार प्रचारक उतरे, हर पार्टी ने अपनी पूरी ताकर झोंक दी।
 

/ Updated: Feb 11 2020, 09:04 AM IST

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वीडियो डेस्क। दिल्ली विधानसभा चुनाव में सियासतदारों ने ऐडी चोटी का जोर लगा दिया। दिल्ली की हर गली हर मोहल्ले में राजनीतिक शोर सुनाई दिया। बीजेपी कांग्रेस और सत्तासीन आम आदमी पार्टी ने तमाम रोड शो और रैलियां और जनसभाएं कीं। जनता से तमाम वादे और दावे किए। आरोप प्रत्यारोप का दौर चला। लेकिन जनता के जहन में किसकी बातें उतरीं इस बात को कोई नहीं भुना पाया। चुनाव प्रचार में बड़े से बड़े स्टार प्रचारक उतरे, हर पार्टी ने अपनी पूरी ताकर झोंक दी।
बीजेपी के 5 हजार इवेंट 
शाहीन बाग, कश्मीर, अयोध्या और पाकिस्तान का लगातार जिक्र करते हुए बीजेपी ने चुनावों के दौरान करीब 5 हजार इवेंट किए। ये वे आंकड़े जिसमें रैली, नुक्कड़ सभाएं, रोड शो और डोर-टू-डोर कैंपेन शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 2, अमित शाह ने 36, बीजेपी अध्यक्ष जेपी. नड्ढा ने 63 और राजनाथ सिंह ने 12 रैलियां कीं। इस दौरान 24 केंद्रीय मंत्रियों, 240 सांसदों के अलावा 11 राज्यों के मुख्यमंत्री भी प्रचार मैदान में उतरे। इतना ही नहीं 1 लाख कार्यकर्ता, वोटरों को लुभाने में जुटे रहे। 
केजरीवाल ने किए 68 रोड शो
जहां बीजेपी के चुनाव प्रचार में स्टार प्रचारकों की एक लंबी फेहरिस्त थी वहीं आम आदमी पार्टी का चुनाव प्रचार केजरीवाल के आस पास ही रहा। केजरीवाल ने दिल्ली में 68 रोड शो किए। आप ने काम के नाम पर जनता से वोट मांगे।  फ्री बिजली पानी और मोहल्ला क्लीनिक के साथ ही शिक्षा के मुद्दे को खूब भुनाया। तो वहीं इस प्रचार में मनीष सिसौदिया भी खूब सक्रिय रहे। 
राहुल गांधी ने की 4 रैलियां
दिल्ली की सत्ता पर कभी आसीने रहने वाली कांग्रेस पार्टी इन चुनावों में तीसरे नंबर की पार्टी रही। अपनी रैलियों में मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय कांग्रेस बीजेपी को घेरती नजर आई। राहुल गांधी ने 4 रैलियां की तो वहीं प्रियंका गांधी ने 2 रैलियां की। कांग्रेस ने शीला दीक्षित के काम का भी जिक्र किया। वहीं बीमारी के चलते सोनिया गांधी ने कोई कैंपन नहीं किया।