आध्यात्म की नगरी में भक्ति की शक्ति, कहीं गंगा स्नान तो कहीं कृष्ण में डूबा प्रयागराज

संगम नगरी प्रयागराज में भक्ति की शक्ति देखने को मिल रही है। जहां आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है। कहीं गंगा स्नान तो कहीं राधा कृष्ण का ध्यान। ये आध्यात्म की नगरी है जहां साधू संतों का डेरा है और ज्ञान का भंडार है। 

/ Updated: Jan 18 2020, 12:57 PM IST

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वीडियो डेस्क। संगम नगरी प्रयागराज में भक्ति की शक्ति देखने को मिल रही है। जहां आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है। कहीं गंगा स्नान तो कहीं राधा कृष्ण का ध्यान। ये आध्यात्म की नगरी है जहां साधू संतों का डेरा है और ज्ञान का भंडार है। इन पावन नगरी में एक महीने तक लगने वाले माघ मेले में असंख्य लोग यहां तंबुओं में बस जाते हैं और संगम में स्नान कर मोक्ष के लिए साधना करते हैं। वहीं इसी पावन धरा पर राधा कृष्ण का पावन रास रचाया गया। जहां कृष्ण ने गोपियों के साथ मिलकर अठखेलियां की हैं।