नए साल पर लगभग 4 लाख बच्चों ने लिया जन्म, अकेले 67,385 भारत में पैदा हुए

1 जनवरी को नए साल के दिन एक अनुमान के अनुसार 67,385 बच्चे भारत में पैदा हुए। यूनिसेफ के अनुसार, इस दिन दुनिया में पैदा हुए अनुमानित 392,078 शिशुओं में से 17% बच्चे भारत में पैदा हुए।

/ Updated: Jan 02 2020, 07:46 PM IST

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1 जनवरी को नए साल के दिन एक अनुमान के अनुसार 67,385 बच्चे भारत में पैदा हुए। यूनिसेफ के अनुसार, इस दिन दुनिया में पैदा हुए अनुमानित 392,078 शिशुओं में से 17% बच्चे भारत में पैदा हुए।

भारत और सात अन्य देशों में दुनिया भर में पैदा हुए बच्चों का आधा हिस्सा रहा। अन्य देश हैं चीन (46,299), नाइजीरिया (26,039), पाकिस्तान (6,787), इंडोनेशिया (13,020), संयुक्त राज्य अमेरिका (10,452), डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (10,247) और इथियोपिया (8,493)।

लगभग 1.3 बिलियन की आबादी के साथ भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। पिछले साल जून में जारी संयुक्त राष्ट्र की विश्व जनसंख्या रिपोर्ट में कहा गया है कि 2027 तक भारत चीन को दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में पीछे छोड़ देगा।

येल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार, अपेक्षाकृत कम औसत उम्र भी भारत की जनसंख्या वृद्धि में योगदान करती है। चीन के लिए 38 साल की तुलना में भारत में औसत आयु 27 वर्ष है। चीन के एक-पांचवें हिस्से की तुलना में भारत की एक-तिहाई आबादी 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की है।

भारत की बाल मृत्यु दर 38 प्रति 1,000 जन्म पर अभी भी चीन की दर 11 प्रति 1,000 से पीछे है। कम उम्र में विवाह और गर्भावस्था के कारण भारत में मातृ मृत्यु दर ज्यादा है। भारतीय महिलाओं की जीवन की अनुमानित अवधि चीन की महिलाओं से 8 वर्ष कम है।

प्रत्येक वर्ष यूनिसेफ नए साल के दिन पैदा होने वाले बच्चों को लेकर सेलिब्रेशन करता है। 2019 में बाल अधिकारों पर कन्वेंशन की 30वीं वर्षगांठ थी। इसे लेकर यूनिसेफ दुनिया भर में कई कार्यक्रम करेगा।