खाटूश्याम मामले में आमने सामने हुए कांग्रेस विधायक, एक दूसरे पर लगाए आरोप, कहा- पहले भी हुएओख हादसे

विधायक वीरेंरद्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्रताप सिंह खाचरियावास को इस मामले में मंदिर कमेटी का पक्ष लेने की बजाए जनता का साथ देना चाहिए। अगर सरकार का मंत्री कमेटी को क्लीन चिट देता है तो जनता का भरोसा टूटेगा ही।

/ Updated: Aug 12 2022, 05:44 PM IST

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वीडियो डेस्क। सीकर के खाटूश्याम में हुई भगदड़ का मामला लगातार तूल पकड़ते नजर आ रहा है। अब इस मामले को राजनीतिक रंग चढ़ चुका है।  मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने एक बयान जारी कर मंदिर कमेटी का पक्ष लिया लिया। जिसके बाद आज सीकर के दांतारामगढ़ विधायक वीरेंद्र सिंह ने इस पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रताप सिंह को यह बयान देने से पहले से बात करनी चाहिए थी। मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कल कहा था कि राजस्थान में कई हादसे पहले भी हो चुके हैं। लेकिन कभी मंदिर कमेटी के लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया। खाटू श्याम में हुए हादसे के बाद वहां के पुजारियों के घरों के रास्तों को ही बंद किया जा रहा है। मंदिर कमेटी के लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। विधायक वीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रताप सिंह खाचरियावास मेरे विधानसभा क्षेत्र के ही रहने वाले हैं। प्रताप सिंह खाचरियावास मेरे बड़े भाई की तरह हैं। उन्हें लाइव बयान देने से पहले मुझे बात के बारे में पूछना चाहिए था। वीरेंद्र सिंह ने कहा कि तीनों महिलाओं की मौत पर प्रताप सिंह संवेदना व्यक्त करते। वीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रताप सिंह खाचरियावास  7 करोड़ लोगों के मंत्री हैं।  वीरेंद्र ने कहा कि सरकार ने मामले में चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया तो हमने कुछ भी नहीं कहा क्योंकि यह परंपरा हो गई है कि जब भी कोई घटना होती है तो वहां अधिकारी को सस्पेंड कर दिया जाता है। प्रताप सिंह खाचरियावास को इस मामले में मंदिर कमेटी का पक्ष लेने की बजाए जनता का साथ देना चाहिए। अगर सरकार का मंत्री कमेटी को क्लीन चिट देता है तो जनता का भरोसा टूटेगा ही।