राजस्थान में अन्नकूट महोत्सव की धूम, घर के द्वार पर गोबर से बने गिरिराज महाराज... देखें Video
दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। इस बार सूर्य ग्रहण की वजह से गोवर्धन पूजा एक दिन बाद की जा रही है। राजस्थान के अलग अलग जिलों में कई तरह से गोवर्धन पूजा की जाती है। देखिए जयपुर में गोवर्धन पूजा
जयपुर। कोरोना काल के 2 साल बाद त्योहारों की खुशियां राजस्थान में जगमगा रही है । दिवाली पर शानदार आतिशबाजी के बाद अब आज गोवर्धन पूजा (goverdhan puja) की जा रही है । राजस्थान के कई शहरों में गोवर्धन पूजा के दौरान अलग-अलग रीति रिवाज है। लेकिन सभी जगहों पर एक समानता यह है कि शाम के समय घरों के मुख्य द्वार पर गोबर से श्री कृष्ण गोवर्धन की छवि बनाकर उसकी पूजा की जाती है। राजस्थान के नागौर , सीकर शहर में गौशाला में गायों की पूजा की जाती है। भरतपुर, धौलपुर में गोवर्धन पूजा के लिए मंदिरों में भीड़ जुटती है। वही जयपुर शहर के वैशाली नगर में स्थित है श्री कृष्ण मंदिर में गोवर्धन पूजा के दौरान 1111 व्यंजनों का भोग लगता है। जिसे देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ जमा होती है। गोवर्धन पूजा का मुहूर्त शाम को 4:22 से लेकर करीब 7:00 बजे तक का बताया गया है।