इंडिया में सैकड़ों वेबसाइटों पर बैन के बावजूद वीपीएन ऐप के डाउनलोड में 405% का इजाफा

अक्टूबर 2018 से 12 महीनों के दौरान भारत में वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क या वीपीएन ऐप के मोबाइल डाउनलोड 405 प्रतिशत बढ़कर 57 मिलियन हो गए

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वीडियो डेस्क. अक्टूबर 2018 से 12 महीनों के दौरान भारत में वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क या वीपीएन ऐप के मोबाइल डाउनलोड 405 प्रतिशत बढ़कर 57 मिलियन हो गए, जब एप्पल के ऐप स्टोर और गूगल प्ले के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने सैकड़ों पोर्न वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगा दिया।

वीपीएन से यूजर अपनी पहचान और लोकेशन को जाहिर किए बिना इंटरनेट ब्राउज कर सकता है। यह सार्वजनिक इंटरनेट कनेक्शन को निजी नेटवर्क के रूप में बदल कर यूजर्स को ऑनलाइन गोपनीयता बनाए रखने की सुविधा देता है।

पिछले साल अक्टूबर में एक भारतीय अदालत ने सरकार को पोर्नहब और एक्स वीडियोज सहित 827 पोर्न वेबसाइटों पर अपने पहले के प्रतिबंध को फिर से बहाल करने का आदेश दिया था। लेकिन अक्टूबर से दिसंबर 2018 तक औसतन भारत में मासिक मोबाइल वीपीएन डाउनलोड में 66 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

भारत में अधिकांश यूजर मुफ्त वीपीएन सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं, जो वास्तव में मुफ्त नहीं हैं, क्योंकि यूजर डाटा के लिए पैसे खर्च करते हैं। लेकिन भारत में सशुल्क वीपीएन सेवाओं का उपयोग बहुत सीमित है।

भारत में सभी यूजर्स की वीपीएन तक पहुंच नहीं है। प्रतिबंधित वेबसाइटों पर जाने वाले यूजर्स में करीब आधे यूजर्स दूसरी एडल्ट साइटों पर चले गए हैं, जिन पर पांबदी नहीं है। इनमें रेडपोर्न (RedPorn) और सेक्सविड ( SexVid) जैसी साइटें हैं।

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