कोरोना ने छीना पिता का साया, 10 साल की उम्र में शर्ट बेच घर चला रही मासूम, बेटी का दर्द कलेजा चीर देगा

वीडियो डेस्क। यूपी के शाहजहांपुर में एक 10 साल की मासूम बच्ची फुटपाथ पर कुछ रेडीमेड शर्ट बेचकर अपने परिवार का पेट पाल रही है। कोरोना ने पिता का साया छीना तो उसी के साथ बचपन खत्म हो गया जिम्मेदारियों को बोझ नन्हें कंधों पर आ गया। घर में कमाने वाला कोई नहीं है। बूढ़े दाद हैं जिन्हें बीमारियों ने जकड़ा हुआ है, बूढ़ी दादी और मां अपनी दाने दाने को मोहताज हैं। 

/ Updated: Jun 19 2021, 10:52 PM IST

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वीडियो डेस्क। यूपी के शाहजहांपुर में एक 10 साल की मासूम बच्ची फुटपाथ पर कुछ रेडीमेड शर्ट बेचकर अपने परिवार का पेट पाल रही है। कोरोना ने पिता का साया छीना तो उसी के साथ बचपन खत्म हो गया जिम्मेदारियों को बोझ नन्हें कंधों पर आ गया। घर में कमाने वाला कोई नहीं है। बूढ़े दाद हैं जिन्हें बीमारियों ने जकड़ा हुआ है, बूढ़ी दादी और मां अपनी दाने दाने को मोहताज हैं। 10 साल की माही ने जब एहसास हुआ कि घर में अन्न का एक दाना नहीं तो छठवीं क्लास की इस बच्ची ने पिता के द्वारा बनाए गए शर्टों को फुटपाथ पर बेचेना शुरु कर दिया। माही के पिता घर पर शर्ट बनाते थे और फिर कारोबारियों को बेचते थे। लेकिन पिता के जाने के बाद काम चौपट हो गया। घर में चार मशीनें लेकिन कारीगर काम करने के लिए तैयार नहीं है। 30 अप्रैल को पिता की कोरोना से मौत के बाद घर की हालत बद से बदतर हो गई। माही को अपने पिता की बहुत याद आती है क्यों जब तक पिता थे बचपन के साथ बचपना था। अब सब खत्म।