दुर्दशा का शिकार है Ayodhya में मौजूद धार्मिक स्थल सीताकुंड, राजा दशरथ ने बनवाया था

अयोध्या में भव्य राम मंदिर की नींव पड़ने जा रही है। 5 अगस्त को खुद प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का भूमि पूजन करने के लिए अयोध्या आ रहे हैं। पीएम मोदी के आगमन को लेकर अयोध्या में उत्साह है। अयोध्या में कई ऐसे स्थान भी हैं जिनका पौराणिक उल्लेख और महत्व है लेकिन वह अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं। 

/ Updated: Aug 03 2020, 05:22 PM IST

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वीडियो डेस्क। अयोध्या में भव्य राम मंदिर की नींव पड़ने जा रही है। 5 अगस्त को खुद प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का भूमि पूजन करने के लिए अयोध्या आ रहे हैं। पीएम मोदी के आगमन को लेकर अयोध्या में उत्साह है। अयोध्या में कई ऐसे स्थान भी हैं जिनका पौराणिक उल्लेख और महत्व है लेकिन वह अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं। अयोध्या में कमिगंज इलाके के पास ऐसा ही एक स्थान है सीताकुंड। राम जन्मभूमि के पीछे तकरीबन 2 किमी की दूरी पर स्थित है सीताकुंड। बताया जाता है कि ये वही स्थान है जिसे प्रभु श्री राम के विवाह के बाद राजा दशरथ ने अपनी बहू सीता के स्नान के लिए बनवाया था। आज भी यहां एक विशालकाय कुंड बना हुआ है. लेकिन उसकी हालत बेहद जर्जर और भयानक है।कहा जाता है कि ये वही स्थान है जिसे राजा दशरथ ने सीता को स्नान करने के लिए बनवाया था। हांलाकि अब उसकी हालत इतनी जर्जर हो गई है कि वहां जाना भी मुश्किल है। एशियानेट न्यूज हिंदी ने सीताकुंड पर बने प्राचीन मंदिर के पुजारी दिनेश दास से बात की।