बाबरी विध्वंस की 30वीं बरसी पर है सुरक्षा के इंतजाम, 6 दिसंबर 1992 को लेकर बोली गई कई बड़ी बातें
यूपी के जिले अयोध्या में तीस साल पहले बाबरी मस्जिद नारों की गूंज, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ढहा दी गई थी। आज के दिन को लेकर बाबरी मस्जिद हाजी महबूब, मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी समेत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अपने-अपने विचार रखें है।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के जिले अयोध्या में तीस साल पहले बाबरी मस्जिद को कड़ी सुरक्षा होने के बाद भी ढहा दिया गया था। जिसे लेकर हर साल दोनों पक्ष के लोग कोई दिवस के रूप में मनाते है। बाबरी मस्जिद के पूर्व पैरोकार का कहना है कि यह दिन हमेशा गम की तरह याद रखेंगे। दूसरी ओर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि यह लड़ाई तो 500 सालों से चल रही है और उन्होंने इस दिन लोगों के त्याग व बलिदान को श्रद्धांजलि दी। बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी का कहना है कि कभी किसी प्रकार का भेदभाव नहीं हुआ है। दूसरी ओर 30वीं बरसी के मद्देनजर अयोध्या और मथुरा में जिला प्रशसन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है और पुलिस-प्रशासन ड्रोन से चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए है।