यूपी में खाकी फिर हुई शर्मसार, पुलिस के सामने मां और बेटी ने जहर खा कर दे दी जान

यूपी के बागपत में पुलिस ने इतनी ज्यादती की है कि माँ और दो बेटियों ने पुलिस के सामने ही जहर खा लिया । एक चिता की राख ठंडी नहीं हुई कि दो चिता और जलानी पड़ी है पूरे गांव में मातम छाया है।

 

/ Updated: May 27 2022, 07:05 PM IST

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बागपत: पुलिस की प्रताड़ना की इससे बड़ी घटना क्या हो सकती है कि जहां माँ और दो बेटियों ने जहर खाकर जान दे दी । गांव के दबंगो के डर और ख़ौफ़ से अपने ही घर मे कैद इस परिवार पर पुलिस ने इतनी ज्यादती की, कि माँ और दो बेटियों ने पुलिस के सामने ही जहर खा लिया । एक चिता की राख ठंडी नहीं हुई कि दो चिता और जलानी पड़ी  पूरा गांव रो रहा है, गांव में चूल्हे भी नहीं जले, हर आंख नम हैं और हर दिल मे पुलिस के खिलाफ गुस्सा है । चिता से उठती आग यूपी के सीएम योगी से बस एक ही सवाल पूछ रही है, कि आखिर उनका कुसूर क्या था? जिस पुलिस को गांव के दबंगो से उनकी रक्षा करनी चाहिए थी, उस पुलिस ने उन्हें ही इतना प्रताड़ित किया कि जिंदगी से ज्यादा  उन्हें मौत आसान नजर आने लगी । खाकी के दामन पर लगे ये खून के दाग योगी की पुलिस के बेरहम होने की कहानी बयां कर रहें हैं ।

बागपत में पुलिस प्रताड़ना से तंग आकर मां और दो बेटियों ने दी जान
बागपत में पुलिस प्रताड़ना से तंग आकर मां और दो बेटियों ने जहर खाकर अपनी हस्ती खेलती जिंदगी को मौत के गले लगा लिया । गॉव में एक साथ तीन मौत से मातम छा गया । गुरुवार को जब गॉव में मा -बेटी का शव पहुँचा तो पूरा गॉव रो पड़ा । हर किसी की आंखों से आंसू बह रहे थे । गॉव में चूल्हे- चौके तक नही जलाए गए, गॉव की गलियां सुनसान पड़ी थी और लगभग तीन घण्टे तक एम्बुलेंस में रखे शव अपने अंतिम संस्कार की बाट जोह रहे थे।  देर रात्रि में डीएम के आश्वासन पर ग्रामीणों ने मिलकर दाह संस्कार कराया और पीड़ित परिजनों ने 75 लाख रुपये के मुआवजे की मांग रखी ।

यह है मामला
मामला बागपत जनपद के छपरौली थाना क्षेत्र का है । जहां छपरौली के बाछौड़ गॉव में एक प्रिंस नाम का लड़का गॉव के ही कांति की लड़की (कोमल-18 वर्षीय) को लेकर फरार हो गया । प्रिंस लुहार जाति से है और युवती जाटव जाति से । युवती के पिता कांति ने 3 मई को थाना छपरौली में लड़की की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी । जिसमे पुलिस ने आईपीसी की धारा 366 में मुकदमा पंजिकृत कर लिया था । युवती के पिता का आरोप था कि गॉव का ही प्रिंस पुत्र महकसिंह उनकी लड़की को बहला फुसलाकर कहि भगा ले गया । इसी मामले में बागपत पुलिस लड़के व लड़की की तलाश में जुटे थे । आय दिन प्रिंस के घर दबिशें दी जा रही थी । इसी मामले में 24 तारीख दिन मंगलवार को पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस प्रिंस के घर शाम में समय दरोगा नरेश पाल की मौजूदगी में दबिश देने पहुँच गयी । बताया जा रहा है कि पुलिस जब युवक के घर पहुँची तो किसी ने दरवाजा नही खोला । इस पर पुलिस दूसरे घरों की छत से चढ़कर उनके घर मे दाखिल हो गयी । यहां पर पुलिस कर्मियों ने युवक व युवती की काफी तलाश की परन्तु वह नही मिले तो पीड़ित परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने वहां मौजूद युवक की माँ व उसकी बहनों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया । घर मे युवक की माँ गीता व उसकी बहन प्रीति व स्वाति ही मौजूद थी । गॉव के दूसरे पक्ष के लोगो ने भी पुलिस की मौजूदगी में ही उनके साथ अभद्रता की और अपशब्दों का इस्तेमाल किया । म्रतक के पति महकसिंह ने व परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने उनकी बेटियों को गॉव में नंगा कर घुमाने व उनके साथ बर्बरता करने का फरमान सुना दिया । जिस कारण पुलिस प्रताड़ना जब हद से ज्यादा बढ़ गयी तो पुलिस व अन्य मौजूद लोगो से घबराकर उनकी पत्नी व बेटियों ने घर मे रखे जहरीले पदार्थ को पुलिस के सामने ही खा लिया और अपनी जान दे दी।