भजन गायक अनूप जलोटा ने काशी के संगीत समारोह में बांधा समा, राधा-कृष्ण के भजनों में मंत्रमुग्ध हुए लोग
उत्तर प्रदेश की काशी नगरी में भजन गायक अनूप जलोटा पहुंचे। भजन गायन प्रस्तुति से पहले अनूप जलोटा श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे। बाबा की नगरी काशी में अनूप संकट मोचन संगीत समारोह में शामिल हुए। इस समारोह में उन्होंने ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन से पूरी महफिल सजा दी।
वाराणसी: संकट मोचन संगीत समारोह की दूसरी निशा में गुरुवार को पद्मश्री अनूप जलोटा ने मंच संभाला और अनुपम भजनों से कभी विभोर किया। सधे सुर और हास्य-विनोद मिश्रित संवाद के साथ ही अंदाज से संगीत रसिक हनुमत भक्तों को झूमने पर भी विवश कर दिया। उन्होंने ऐसी लागी लगन मीरा मगन... से सुर वंदना का श्रीगणेश किया और अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम्... के साथ ही राम नाम की लूट है... से भक्ति गंगा में गोता लगवाया। इसमें दुनिया चले न हनुमान के बिना... को संयोजित किया तो जग में सुंदर हैं दो नाम... से हनुमत दरबार को राम-कृष्णमय कर दिया। हनुमान लला मेरे प्यारे लला... से संकट मोचन प्रभु को प्रणाम किया।
कोविड काल में साथ छोड़ गए पद्मभूषण पं. राजन मिश्र को याद किया तो संकट मोचन संगीत समारोह के संयोजन में कई दशक से जुड़े पं. गोपाल पांडेय को स्मरण किया। कहा कोरोना काल में राजन जी चले गए, गोपाल जी भी नहीं रहे और उन्हें इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से निकले... समर्पित किया। गोविंद जय जय गोपाल जय जय..., प्रभु जी तुम चंदन हम पानी... और श्याम तेरी बंशी... आदि भजनों से लगभग एक घंटे तक अनूप जलोटा ने सुर लोक की सैर कराई।