ठंड बढ़ने के साथ 'बनारस की मलइयो' की बढ़ी मांग, जुबान पर जाते ही घुलने वाली यह चीज है आपके लिए लाभदायक
वाराणसी में ठंड बढ़ने के साथ ही मलइयों की मांग भी बढ़ती जा रही है। यह खास चीज जो जुबां पर जाते ही घुल जाती है वह स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक होती है।
ठिठुराती ठंड में गुनगुनाती धूप सा एहसास देती है बनारस की मलइयो। मुंह में जाते ही घुल जाती है और तासीर ऐसी तो देर तक जुबान पर मिठास बनाए रखती है। काशी अपने खान-पान के लिए भी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। जो चीजे काशी को उसके खान-पान के लिए फेमस बनाती हैं उसी में मलइयो का नाम भी शामिल है।
काशी की पहचान बन चुका मलइयो का जायका सिर्फ ठंड के दिनों में ही लिया जा सकता है। इसकी भी अपनी वजह है। क्योंकि, ये खास मलइयो ओस की बूंदों से बनता है। जैसे जैसे ठंड बढ़ती है, इसकी खासियत भी बढ़ने लगती है। वाराणसी में लंका, रथयात्रा, गोदौलिया, चौक, मैदागिन क्षेत्र में मलाइयों के कई दुकाने हैं। यहां गुलाबी ठंड में सुबह से शाम तक इसके कद्रदानों की भीड़ लगी रहती है। ये बनारसी मिठाई सेहत के लिहाज से भी बेहद फायदेमंद है। ओस की बूंदों से इसे तैयार किया जाता है लिहाजा इसके सेवन से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।