जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे डिप्टी सीएम, मरीज का हाल जानकर डॉक्टर से बोले -दिखवाइएगा, घर के आदमी हैं
करीब 12:00 बजे जिला अस्पताल पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सबसे पहले ही सीएमएस डॉ ब्रजेश कुमार के कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ओपीडी का निरीक्षण करना शुरू किया तो दीवाल में मकड़ी के जाल मिले। कोविड हेल्प डेस्क बंद मिली और उसके अंदर टूटी फूटी कुर्सियां देखकर डिप्टी सीएम भड़क गए।
बाराबंकी: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोमवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। डिप्टी सीएम के अस्पताल पहुंचते ही हड़कंप मच गया। इस दौरान उन्हें अस्पताल में गंदगी मिली तो अल्ट्रासाउंड के डॉक्टर नदारद दिखे। इस पर उन्होंने सीएमएस को जमकर फटकारा। डिप्टी सीएम ने मरीजों का मोबाइल नंबर लेकर बाद में फीडबैक लेने की बात कही।
करीब 12:00 बजे जिला अस्पताल पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सबसे पहले ही सीएमएस डॉ ब्रजेश कुमार के कक्ष का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ओपीडी का निरीक्षण करना शुरू किया तो दीवाल में मकड़ी के जाल मिले। कोविड हेल्प डेस्क बंद मिली और उसके अंदर टूटी फूटी कुर्सियां देखकर डिप्टी सीएम भड़क गए।
सीएमएस को यहां फटकार लगाते हुए वह अल्ट्रासाउंड कक्ष की ओर पहुंचे मगर बताया गया कि अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहा। इस पर सीएमएस ने बताया कि कोर्ट में गवाही देने गए हैं। सीएमएस के बयान के संदर्भ में डिप्टी सीएम ने तुरंत भाजपा जिलाध्यक्ष से बार एसोसिएशन के महामंत्री से कोर्ट के बारे में जानकारी ली और पता चला कि कोर्ट में बॉयकाट है।
पोल खुलते देख सीएमएस बगले झांकने लगे। ट्रामा सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे डिप्टी सीएम ने कहा कि मरीजों को भगवान माने। यदि उन्हें यहां कोई परेशानी होती है तो इसका उत्तर दायित्व डॉक्टरों और संबंधित स्टाफ पर है।
करीब आधा घंटे के निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम को हृदय रोग की ओपीडी बंद मिली। पूछने पर सीएमएस ने बताया कि दिसंबर में ही डॉक्टर के रिटायर होने के बाद दूसरी तैनाती नहीं हो सकी है।