कुत्ते के मालिकाना हक के लिए थाने पहुंची लड़ाई, दो घंटे की पंचायत के बाद भगवान की कसम खाकर हुआ फैसला

एटा में कुत्ते के मालिकाना हक को लेकर लड़ाई थाने तक पहुंच गई। हालांकि यहां दो घंटे की पंचायत के बाद भी फैसला नहीं हो सका। जिसके बाद कुत्ते के मालिक ने मंदिर में जाकर कसम खाई। 

/ Updated: Jul 04 2022, 06:04 PM IST

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एटा से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक कुत्ते के मालिकाना हक को लेकर प्रकरण थाने तक जा पहुँचा। इसके बाद कुत्ते को लेकर एक मालिक ने थाने में स्थित मंदिर पर कसम खाकर उस पर हक होने की बात कही। 

पूरा मामला एटा जिले के अलीगंज कोतवाली क्षेत्र का है। जहाँ एक पालतू कुत्ता जौली के मालिकाना हक की लड़ाई थाना अलीगंज तक जा पहुँची। फर्रुखाबाद जनपद के पुरौरी गांव के रहने बाले उमेश सक्सेना ने अलीगंज कोतवाली पर शिकायत करते हुए कहा कि उनका कुत्ता करीब आठ माह पहले अपने घर से भाग कर अलीगंज क्षेत्र के फरसोली गाँव के प्रधान के यहां आ गया। शिकायत पर पुलिस ने फरसोली गांव के रहने वाले धर्मपाल सिंह यादव को जौली नाम के कुत्ते को थाने पर हाजिर होने को बुलाया गया। 

थाना अलीगंज पर कुत्ता हाजिर होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई कुत्ते पर वास्तविक मालिकाना हक किसका है यह जानने के तमाम प्रयास किए गए, हालांकि पालतू कुत्ता जोली अपने मालिक धर्मपाल को पहचान रहा था नाम से बुलाने पर वह उनकी ओर आकर्षित होते दिख रहा था। वही थाना अलीगंज पर चली घंटों की बातचीत के बाद दोनों पक्ष अपना-अपना कुत्ते पर दावा ठोक रहे थे, कुत्ते के मालिक धर्मपाल का कहना है की जौली उनका पालतू कुत्ता है और इस कुत्ते को वह लगभग आठ बर्ष से बच्चे की तरह पाल रहे हैं। वहीं दूसरे पक्ष उमेश कुमार सक्सेना का कहना है कि कुत्ता लगभग 8 माह पूर्व फर्रुखाबाद से भाग आया था जिसकी सूचना उन्हें फरसोली के प्रधान धर्मपाल सिंह के यहां होने की मिली थी, पालतू कुत्ते जौली पर उमेश कुमार ने भी अपना दावा दमदारी से ठोंका। हालांकि थाने पर चली घंटों पंचायत के बावजूद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा सका तब दोनों पक्षों से आए हुए संभ्रांत लोगों ने तय किया कि थाना परिसर में बने मंदिर पर ईश्वर को साक्षी मानकर शपथ लेकर जो कसम खाएगा वही कुत्ता ले जाएगा।