21 जगहों पर पुलिस ने लगाए इमरजेंसी बॉक्स और नाइट विजन कैमरा, चप्पे-चप्पे पर होगी निगरानी
उत्तर प्रदेश के जिले गोरखपुर में 21 जगहों पर पुलिस ने इमरजेंसी बॉक्स और नाइट विजन कैमरा लगाए गए ताकि चप्पे-चप्पे की निगरानी हो सके। ऐसा करने का मुख्य उद्देश्य यही है कि ऑटोमेटिक चालान काटा जा सके।
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर को हाइटेक सिटी बनाने के लिए मुख्यमंत्री और अधिकारी एक साथ पूरी तैयारी में लगे हुए हैं। आपको बता दें गोरखपुर में आईटीएमएस के तहत गोरखपुर के 21 चौराहों पर इमरजेंसी बॉक्स और नाइट विजन कैमरा के साथ 60 कि.मि. प्रतिघंटा से ऊपर गाड़ी चलाने वालों के ऑटोमेटिक चालान काटने की पूरी तैयारी हो गई है। आईटीएमएस मतलब इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जो कि यातायात के अंतर्गत आता है। कंट्रोल रूम में आईटीएमएस के बैठे कर्मचारी पूरे शहर के कोने कोने पर अपनी निगाहें रखते हैं। किसी भी तरह नीयम तोड़ने वालों के ऊपर कार्यवाही की जा रही है।
आईटीएमएस के तहत 21 चौराहों को चिन्हित करके इमरजेंसी बॉक्स लगाया गया है। ताकि रात में या दिन में किसी तरह की दिक्कत लोगों को ना हो। इमरजेंसी बॉक्स के लगने से अब शहर में क्राइम के साथ-साथ प्रशासनिक मदद भी लोगों को तुरंत मिल पाएगी। वहीं शहर में तेज गाड़ी चलाने वालों के ऊपर भी आईटीएमएस ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अभी तक गोरखपुर के दो चौराहों पर नाइट विजन कैमरा के साथ 60 किमी प्रति घंटे के ऊपर गाड़ी चलाने वालों के ऑटोमेटिक चालान कर दिये जा रहे है। हालांकि यह कैमरा और भी कई जगह पर लगा दिए गए हैं। जल्द ही एक्टिव कर शहर के चप्पे-चप्पे की निगरानी आईटीएमएस के द्वारा की जाएगी।