62 साल पुराने इस स्कूल तक आज भी नहीं पहुंचीं सरकारी सुविधाएं, लाइट अभाव में शिक्षा प्राप्त कर रहे मासूम बच्चे
यूपी के सीएम सिटी कहे जाने वाले गोरखपुर में स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में आज भी लाइट पंखे की अभाव में बच्चे शिक्षा प्राप्त करते हैं। इस विद्यालय में आज भी ना कोई पंखा ना कोई लाइट अंधेरे में किसी तरह बच्चे पढ़ाई तो कर लेते हैं।
गोरखपुर बैलिया रेलवे कॉलोनी में 1960 से बने प्राथमिक विद्यालय जिसमें आज भी लाइट पंखे की अभाव में बच्चे शिक्षा प्राप्त करते हैं। यूं तो सरकार कि हर योजनाओं को वहां के विद्यालय और टीचरों तक पहुंचाया जाता है। ताकि उसका लाभ बच्चे उठा सकें लेकिन इस विद्यालय में आज भी ना कोई पंखा ना कोई लाइट अंधेरे में किसी तरह बच्चे पढ़ाई तो कर लेते हैं। लेकिन जब गर्मी लगती है तो हर बार अपने अध्यापक से पंखा लगाने कि गुहार करते हैं। वही अध्यापक का भी यह कहना है। कि हम अपने अधिकारियों से कहते तो हैं। लेकिन पता नहीं लाइट और पंखे क्यों नहीं लग पाते वहीं अध्यापक दो छोटे-छोटे फैन लाए हैं जिनसे बच्चों को गर्मी ना लगे और वह सही से पढ़ सके लेकिन मानो वह पंखे के नाम पर सिर्फ मजाक बनकर रह गया है। जिसकी हवा किसी एक व्यक्ति को नहीं छु पाती तो क्लास में बैठे बच्चों को क्या लगेगी वही जब टीचरों से पूछा गया कि आखिर पंखे और लाइट क्यों नहीं लग पाते तो उन्होंने कहा कि रेलवे की प्रॉपर्टी होने के वजह से यहां पर बिजली जो है, वह नहीं मिल पाती।