अपहरण हुए बच्चे की बरामदगी के बाद हुआ भव्य स्वागत, एसपी को कंधे पर बैठाकर पब्लिक ने निकाली यात्रा
बस्ती जिले में रुधौली कस्बे से 23 अप्रैल को कपड़ा व्यवसाई अशोक कसौधन के 13 साल के बेटे अखंड कसौधन को अगवा किया गया था। मामले में लगातार तफ्तीश में जुटी यूपी एसटीएफ की टीम ने 30 अप्रैल यानि शनिवार की सुबह सकुशल बरामद कर लिया है। अपहरण हुए युवक को बरामद करने पर पुलिस का बस्ती जिले की रुधौली की जनता ने ऐतिहासिक स्वागत किया।
बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में रुधौली कस्बे से 23 अप्रैल को कपड़ा व्यवसाई अशोक कसौधन के 13 साल के बेटे अखंड कसौधन को अगवा किया गया था। मामले में लगातार तफ्तीश में जुटी यूपी एसटीएफ की टीम ने 30 अप्रैल यानि शनिवार की सुबह सकुशल बरामद कर लिया है। अपहरण हुए युवक को बरामद करने पर पुलिस का बस्ती जिले की रुधौली की जनता ने ऐतिहासिक स्वागत किया। इस दौरान एसपी को कंधे पर बैठाकर यात्री निकाली गई। इतना ही नहीं, एसपी आशीष श्रीवास्तव के साथ पुलिस टीम का भी मालाओं से स्वागत किया गया।
कब हुआ था अपहरण?
मौके से अपहरणकर्ता सूरज सिंह और आदित्य सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया, दोनों सगे भाई हैं। उन्होंने अखंड को एक कमरे में हाथ बांध कर रखा था। सुबह में हर्रैया इंस्पेक्टर शैलेश सिंह और रुधौली इंस्पेक्टर रामकृष्ण मिश्र की अगुवाई में पुलिस की टीम बच्चे को लेकर बस्ती लौटी। सुबह पांच बजे बस्ती जिला अस्पताल में अखंड का मेडिकल चेकअप कराया गया। रुधौली कस्बे के कपड़ा व्यवसायी अशोक कसौधन का 13 वर्षीय बेटा अखंड उर्फ अंकित कसौधन 23 अप्रैल की शाम करीब चार बजे कस्बे के बैंक चौराहे के पास प्याज लेने गया था। इसी दौरान उसे एक बाइक सवार ने बुलाया और अपने साथ बाइक पर बैठाकर वहां से चला गया।
चार दिनों तक नहीं मिला कोई सुराग
करीब एक घंटे बाद अखंड के पिता अशोक के मोबाइल पर फोन आया कि तुम्हारे बेटे का किडनैप हो गया है और पचास लाख रुपया तैयार रखो। इस फोन पर परिवार बुरी तरह परेशान हो गया लेकिन किडनैपर ने दोबारा फोन नहीं किया। उधर, पुलिस को सूचना मिली तो वो भी अखंड की तलाश में जुट गई, लेकिन 4-5 दिन तक कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद भी पुलिस ने कोशिश जारी रखी और आखिरकार शनिवार की सुबह में इस वारदात का खुलासा कर दिया।