कुलपति आवास के सामने अचानक सैंकड़ों की संख्या में पहुंचे छात्र, सड़क पर बैठकर करने लगे हनुमान चालीसा का पाठ

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में आज कुलपति आवास के सामने हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में छात्र उमड़े थे और जमकर जय हनुमान के नारे लगाए। इस सामूहिक पाठ में जोर-जोर कुलपति आवास की ओर देखते हुए छात्रों बजरंग बली को स्मरण किया। दरअसल, यह मामला रोजा इफ्तार के बाद से उठा है।

/ Updated: Apr 29 2022, 01:51 PM IST

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वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में आज कुलपति आवास के सामने हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में छात्र उमड़े थे और जमकर जय हनुमान के नारे लगाए। इस सामूहिक पाठ में जोर-जोर कुलपति आवास की ओर देखते हुए छात्रों बजरंग बली को स्मरण किया। दरअसल, यह मामला रोजा इफ्तार के बाद से उठा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों का कहना है कि यदि कैंपस में रोजा के इफ्तार की पार्टी हो सकती है तो फिर हनुमान चालीसा क्यों नहीं। इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह नई परंपरा शुरू की गई है। हम इसकी सख्त विरोध करते हैं। उधर, बीएचयू प्रशासन का कहना है कि विश्वविद्यालय का शैक्षणिक व सद्भावपूर्ण वातावरण बिगाड़ने की कोशिश निंदनीय है। नारे लगाते हुए छात्रों ने कहा कि मौलाना सुधीर कुमार जैन होश में आओ। इस दौरान ढोलक की ताली पर हनुमान जी की मूर्ति रखकर चालीसा का पाठ किया गया। कुलपति आवास के सामने जय श्री राम के नारे लगाए गए। छात्रों ने कहा कि बीएचयू काे एएमयू और जेएनयू नहीं बनने देंगे।यहां पर आज से नहीं बल्कि बीते कई साल से इफ्तार पार्टी महिला महाविद्यालय में होती आ रही है, जिसमें कुलपति शरीक होने जाते हैं। बीते दो साल कोविड के कारण कुलपति इफ्तारी दावत में शामिल नहीं हो

महामना के आदर्श पर चलेगा BHU
विश्वविद्यालय शिक्षा की गुणवत्ता, शोध, अनुसंधान और अपनी समग्रता के लिए वैश्विक ख्याति प्राप्तों है। महामना ने जिन मूल्यों के साथ विश्वविद्यालय को स्थापित किया उनका अनुसरण करते हुए विश्वविद्यालय में विभिन्न त्योहारों और उत्सवों का आयोजन होता है। इसमें विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य आपसी प्रेम और सद्भाव के साथ उत्साहपूर्वक शामिल होते हैं। बीएचयू परिवार के मुखिया के रूप में कुलपति जब भी परिसर में उपलब्ध होते हैं, इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं और विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हैं। पहले भी कई बार कुलपतियों ने इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों के साथ बैठकर इफ्तार की है।