मासूम बच्ची को साथ लेकर थाने पहुंचे पति-पत्नी, पुलिसकर्मियों के सामने किया आत्मदाह का प्रयास
वन दरोगा से प्रताड़ित होकर एक दम्पत्ति ने कोतवाली में डीजल से भरी एक कैन अपने ऊपर उड़ेल ली। महिला अपनी गोद में एक साल की बच्ची को भी लिए हुए थी। यह देख वहां मौजूद पुलिसकर्मियों में अफरा तफरी मच गई। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह माचिस व डीजल की कैन को छीनकर दूर फेंका, अन्यथा कोतवाली परिसर में बड़ी घटना हो सकती है।
बागपत: अभी बाछौड़ का प्रकरण समाप्त भी नहीं हुआ था कि आज उसी तरह के प्रकरण की पुनरावृत्ति होने से बच गई। वन दरोगा से प्रताड़ित होकर एक दम्पत्ति ने कोतवाली में डीजल से भरी एक कैन अपने ऊपर उड़ेल ली। महिला अपनी गोद में एक साल की बच्ची को भी लिए हुए थी। यह देख वहां मौजूद पुलिसकर्मियों में अफरा तफरी मच गई। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह माचिस व डीजल की कैन को छीनकर दूर फेंका, अन्यथा कोतवाली परिसर में बड़ी घटना हो सकती है।
दरअसल, विपिन पुत्र सोमपाल निवासी बावली शहर बड़ौत के बावली रोड पर लकड़ी बेचने का काम करता है। आज दोपहर वह अपनी पत्नी रूपा व एक साल की बच्ची आरुषि के साथ कोतवाली पहुँचा। कोतवाली में इस समय कुछ फरियादी अपनी समस्या लेकर आये हुए थे। तभी विपिन ने डीजल से भरी हुई कैन अपने व अपनी पत्नी, बच्ची के ऊपर उड़ेल डाली। यह देख वहां अफरा तफरी मच गई। इससे पहले कि विपिन माचिस जलाकर आग लगा पाता, पुलिसकर्मियों ने ततपरता दिखाते हुए उसके हाथ से माचिस व डीजल की कैन को छीनकर दूर फेंक दिया। विपिन का आरोप था कि वन दारोगा उससे 50 हज़ार की डिमांड कर रहा है। 5000 रुपये वह दे भी चुका है। इसके बावजूद उसका चालान भी काट दिया गया। विपिन का आरोप था कि वन दारोगा उसे लगातार परेशान कर रहा है। इसी बात से क्षुब्ध होकर अब उसने यह कदम उठाया है। कोतवाल ने मामले की जानकारी एसपी को फोन पर दी और किसी तरह दम्पत्ति को समझा बुझाकर शांत कराया।