PM मोदी की सुरक्षा में चूक के बाद काशी के काल भैरव का हुआ विशेष श्रृंगार, पहनाई गई पुलिस की वर्दी

काल भैरव मंदिर में शनिवार को पहुंचे भक्तों ने बाबा के कोतवाल स्वरुप का दर्शन किया और उनसे सुख-समृद्ध और विश्व कल्याण की प्रार्थना की।  मंदिर प्रशासन ने शनिवार को इतिहास में पहली बार बाबा काल भैरव को कोतवाल स्वरुप में पुलिस की वर्दी पहनाकर श्रृंगार किया था। 

/ Updated: Jan 09 2022, 01:02 PM IST

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वाराणसी: काशी (Kashi) के कोतवाल बाबा काल भैरव (kaal bhavrav) का शनिवार को इतिहास में पहली बार उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) की वर्दी में श्रृंगार हुआ। उन्हें काशी के कोतवाल का स्वरुप दिया गया। इस दौरान मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा के चरणों में कोरोना के खात्मे और सुख-समृद्धि की वापसी की कामना के साथ अर्ज़ी लगायी। मंदिर के पुजारी ने बताया कि आज का श्रृंगार पहली बार हुआ है और यह प्रधानमंत्री (PM Modi) की सुरक्षा में चूक को लेकर किया गया है ताकि ऐसा दोबारा न होने पाए। 

काल भैरव मंदिर में शनिवार को पहुंचे भक्तों ने बाबा के कोतवाल स्वरुप का दर्शन किया और उनसे सुख-समृद्ध और विश्व कल्याण की प्रार्थना की।  मंदिर प्रशासन ने शनिवार को इतिहास में पहली बार बाबा काल भैरव को कोतवाल स्वरुप में पुलिस की वर्दी पहनाकर श्रृंगार किया था। 

इस श्रृंगार के सम्बन्ध में मंदिर के पुजारी अवधेश पांडये ने बताया कि आज बाबा काल भैरव का कोतवाल के रूप में पहली बार श्रृंगार किया गया है। यह श्रृंगार राष्ट्र की सुख-समृद्धि, विश्व कल्याण और कोरोना रुपी राक्षस के शमन के साथ ही साथ प्रधानमंत्री की सुरक्षा में जो चूक हुई है, उसके सन्दर्भ में किया गया है। बाबा के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं ने भी बाबा के दरबार में कोरोना रुपी राक्षस के शमन और देश में सुख समृद्धि की वापसी की अर्ज़ी लगाई है। उन्होंने बताया कि आज का यह विशेष श्रृंगार पंजाब में प्रधानमंत्री के साथ जो सुरक्षा चूक हुई, ऐसी घटना की कोई पुनरावृत्ति न हो इसलिए किया गया था। 

वहीं, बाबा के दरबार में पहुंची श्रद्धालु शिल्पी सिंह ने बताया कि बाबा का दर्शन कर आज मन प्रसन्न हो गया। पहली बार इस स्वरुप में बाबा काल भैरव को देखकर मन बहुत प्रसन्न है। हमने कोरोना के खात्मे की बाबा काल भैरव से प्रार्थना की है।

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