कल्बे जव्वाद बोले- ज्यादा उम्र में शादी होने से बिगड़ जाती हैं लड़कियां

 सरकारें कानून तो बनाती हैं, लेकिन इस्लाम में लड़कियों की जल्दी शादी का हुक्म है। उन्होंने कहा कि जल्दी शादी का सेहत से भी कोई संबंध नहीं है।  बहुत सी ऐसी लड़कियां हैं , जो जल्द शादी करके कई कई औलादे पैदा करती हैं,  लेकिन वह सेहतमंद भी रहती हैं । 

/ Updated: Dec 23 2021, 05:44 PM IST

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बाराबंकी: यूपी के बाराबंकी में आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ( All India Muslim Personal Law Board) के सदस्य मौलाना कल्बे जव्वाद (Maulana Kalbe Jawwad) ने कहा कि सत्ता में आने के बाद हर पार्टी ने मुस्लिम समुदाय (Muslim Community) को बहुत नुकसान पहुंचाया है। वह सिर्फ हव्वा बनाकर मुस्लिमों से वोट ले लेते है। बाद में सत्ता में आने के बाद उन्हें ठुकरा देते है। सरकार बनने के बाद मुसलमानों को न जगह देते है बल्कि उनका हक भी छीन लेते है। मुसलमानों के लिए किसी पार्टी ने कुछ भी काम नही किया है। ये बात मौलाना कल्बे जव्वाद ने बाराबंकी में समाजसेवी जाहिद हुसैन की पत्नी की मजलिस पढ़ने के बाद कही। पत्रकारों से बात करते हुए मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि सरकारें कानून तो बनाती हैं, लेकिन इस्लाम में लड़कियों की जल्दी शादी का हुक्म है। उन्होंने कहा कि जल्दी शादी का सेहत से भी कोई संबंध नहीं है।  बहुत सी ऐसी लड़कियां हैं , जो जल्द शादी करके कई कई औलादे पैदा करती हैं,  लेकिन वह सेहतमंद भी रहती हैं । झारखंड में मॉब लिंचिंग के खिलाफ पास किए गए बिल पर उन्होंने कहा कि हमने सुना है इससे वहां के मुसलमान काफी खुश हैं। इसलिए ऐसा कानून सभी राज्यों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी होना चाहिए। ताकि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके। चाहें वह किसी भी मजहब का हो । 

मुस्लिम लीडर बटे हुए हैं

 मौलाना कल्बे जव्वाद ने आगे कहा कि इस वक़्त सभी मुसलमानों को एक प्लेटफार्म पर आना चाहिए। और किसी भी पार्टी से उनका समझौता हो तो उनके पास इतने सीटे रहनी चाहिए कि अगर उनके खिलाफ काम करे तो उनकी हुकूमत को गिरा सके। मुसलमान हुकूमत बना तो देते है लेकिन गिराने की ताकत नही रखते है। जब तक सरकार गिराने की ताकत नही होगी। तब तक उनकी कोई हुकूमत काम नही करेगी। वहीं उन्होंने  आगे कहा कि मुस्लिम कयादत यानी नेता सब बटे हुए हैं। तब मुस्लिम वोट भी बट जाएगा। इसलिए सबको एक साथ आना चाहिए। इसके अलावा मौलाना कल्बे जव्वाद ने बाराबंकी समेत प्रदेश में वक़्फ़ संम्पतियो पर अवैध कब्जे और शिया-सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के कर्मचारियों और जिला प्रशासन द्वारा वक़्फ़ प्रॉपर्टी को बर्बाद  करने पर भी बहुत नाराज दिखे। मौलाना ने कहा कि वक़्फ़ संपतियों का सबसे ज़्यादा नुकसान सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड में हो रहा है। कोई भी सुन्नी उलेमा इस वक़्फ़ नुकसान पर नही बोल रहा है जो गलत है।