ज्ञानवापी मामले में हुई मुख्तार अंसारी की एंट्री, पूर्व सपा नेता बोले- इनके पैसों से होता है मस्ज़िद का रख रखाव
काशी का ज्ञानवापी विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। लगाता सामने आ रहे नए नए मोड़ के बीच अब इस मामले में मुख्तार अंसारी की एंट्री हो गई है। पूर्व में कभी समाजवादी पार्टी के नेता रहे सुधीर सिंह ने बुधवार को एक बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी के पैसों से मस्जिद का रखरखाव होता है।
वाराणसी: काशी का ज्ञानवापी विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। लगाता सामने आ रहे नए नए मोड़ के बीच अब इस मामले में मुख्तार अंसारी की एंट्री हो गई है। पूर्व में कभी समाजवादी पार्टी के नेता रहे सुधीर सिंह ने बुधवार को एक बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी के पैसों से मस्जिद का रखरखाव होता है। मुख्तार अंसारी ने मौलाना मुफ़्ती बातिन के कहने पर दस लाख रुपये भी मस्ज़िद के रंग रोगन के लिए दिए थे। बीते 3 हफ्तों से ज्ञानवापी को लेकर बवाल मचा हुआ है। मस्ज़िद में शिवलिंग के मिलने की खबर के बीच अब मुख्तार अंसारी का नाम आने से इस पर और हंगामा मचना तय है।
पूर्व में समाजवादी पार्टी के नेता और अभी भाजपा में शामिल हो चुके ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन चलाने वाले सुधीर सिंह ने एक सनसनीखेज दावा किया। उन्होंने दावा किया कि जब गाजीपुर जेल में मुख्तार अंसारी को तबीयत संबंधी कुछ दिक्कत हुई थी तो वह बनारस जेल आया था और उस दरमियान वो बीएचयू के अस्पताल में भर्ती था। उसी दौरान मौलाना मुफ्ती बातिन उनसे मिलने बीएचयू अस्पताल आए थे। इस दौरान उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद की बदहाली को लेकर रखरखाव में मदद की बात कही, जिसके बाद मुख्तार अंसारी ने 10 लाख मौलाना मुफ्ती बातिन को दिए थे। इस बात को लेकर सुधीर सिंह ने एक व्यक्ति राकेश न्यायिक का भी नाम लिया और कहा कि उनके पास इस बात के ठोस सबूत हैं।
अपने वीडियो संदेश में सुधीर सिंह ने इस पूरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए मुख्तार की तुलना औरंगजेब से करते हुए कहा कि औरंगजेब ने जिस तरीके से मंदिर को ध्वस्त करके मस्जिद का निर्माण कराया। आज मौजूदा दौर में मुख्तार अंसारी पैसों से लगातार उसके रखरखाव की मदद करता है। अगर राकेश न्यायिक उस घटना का वीडियो जारी कर दें तो सब सच सामने आ जाएगा।