ओवैसी ने पूछा अखिलेश से सवाल, बोले-सिर्फ कृष्ण ही या कभी बंद हो रहे उर्दू स्कूल भी आते हैं सपने में
अखिलेश पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने पूछा अखिलेश जी भगवान कृष्ण ही आते है या उर्दू के बंद हो रहे स्कूल भी आते हैं। साथ ही कहा कि सिर्फ उनके सपने में मुस्लिम वोट ही आते हैं और कुछ नहीं। उर्दू को लेकर भी ओवैसी ने कहा कि उर्दू मुस्लिम समुदाय की भाषा नहीं है ये भारत की सभ्यता का बुनियादी हिस्सा है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Vidhan Sabha News) से पहले एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने दावा किया की उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों (Muslims) की स्थिति दयनीय है और इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जिम्मेदार हैं। ओवैसी (Asaduddin Owaisi News) ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी पार्टियों पर हमला करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की दयनिय स्थिति के लिए सभी राजनीतिक पार्टी जिम्मेदार है। ओवैसी के इस बयान के बाद सियासत तेज है और सभी पार्टियों के नेताओं ने ओवेसी पर पलटवार करते हुए ओवेसी को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। अखिलेश पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने पूछा अखिलेश जी भगवान कृष्ण ही आते है या उर्दू के बंद हो रहे स्कूल भी आते हैं। साथ ही कहा कि सिर्फ उनके सपने में मुस्लिम वोट ही आते हैं और कुछ नहीं। उर्दू को लेकर भी ओवैसी ने कहा कि उर्दू मुस्लिम समुदाय की भाषा नहीं है ये भारत की सभ्यता का बुनियादी हिस्सा है।
मुसलमानों का हुआ शोषण
असदुद्दीन ओवैसी ने एक डेटा दिखाते हुए कहा कि कहा कि मुस्लिम ओबीसी समाज का जो डेटा सरकारी आंकड़ों में है, वो भी उनको नहीं मिल रहा है। राज्य विश्वविद्यालय में जो काम करने वाले टीचर हैं उसमें सिर्फ 3 प्रतिशत के करीब मुसलमान हैं। ये डेटा बताता है यूपी के मुसलमानों से अपीसमेन्ट नहीं हुआ है, तुष्टीकरण नहीं हुआ है बल्कि उनका शोषण हुआ है। इसकी जिम्मेदार सब पार्टी हैं। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट का मकसद ये था कि सरकार को पता चले 19 फीसदी आबादी वालों की हकीकत क्या है पता चल सके। स्कूल ज्यादा खोले जाएं, बैंक खोले जाएं, यूपी के मुसलमान करीब 51 फीसदी बाहर जाते हैं जिनपर कोई काम नहीं करता। मैं राजनीतिक बातें कर सकता हूं लेकिन डेटा के जरिये सब बता दिया है। किसी भी पार्टी की सरकार रही हो किसी ने इनके लिए काम नहीं किया। ओवैसी ने आगे कहा कि इस रिपोर्ट को हम जनता के सामने पेश करेंगे। यूपी के मुसलमानों और सेक्युलर लोगों के पास ये रिपोर्ट जाएगी और वो फैसला करें कि कोन उनका इस्तेमाल कर रहा है और कौन वोट कटवा है।
दरअसल, मुस्लिम इन उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिक्योरिटी एंड इन्क्लूजन शीर्षक पर असदुद्दीन ओवैसी ने तमाम स्कॉलरों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की और डेटा के जरिए बताया कि उत्तर प्रदेश में मुसमानों की स्थिति सबसे दयनिय है। ओवैसी ने दावा किया कि 2011 की जनगणना के मुताबिक यूपी में मुसलमानों की आबादी 38।48 मिलियन थी और शिक्षा, रोजगार समेत किसी भी क्षेत्र में मुसलमानों की स्थिति दयनिय बनी हुई है।
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