लूट के शक़ में दो सगे भाइयों को थाने उठा लाई पुलिस, महिला दारोगा ने घंटों तक दिया थर्ड डिग्री टॉर्चर

यूपी में थानों के अंदर पुलिस की बर्बरता के मामले सामने आते रहते हैं। इस बार किदवईनगर थाने की पुलिस की शर्मनाक हरकत सामने आई है। दो दिन पहले हुई चेन लूट के मामले में बुधवार देर रात क्राइम ब्रांच और किदवईनगर थाने की पुलिस ने बाबूपुरवा कालोनी के दो चचेरे भाइयों को उठाकर थाने में रातभर बेरहमी से पीटा। पुलिस की बर्बरता के निशान उनके शरीर पर साफ देखने को मिले। 

/ Updated: May 19 2022, 07:55 PM IST

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कानपुर: यूपी में थानों के अंदर पुलिस की बर्बरता के मामले सामने आते रहते हैं। इस बार किदवईनगर थाने की पुलिस की शर्मनाक हरकत सामने आई है। दो दिन पहले हुई चेन लूट के मामले में बुधवार देर रात क्राइम ब्रांच और किदवईनगर थाने की पुलिस ने बाबूपुरवा कालोनी के दो चचेरे भाइयों को उठाकर थाने में रातभर बेरहमी से पीटा। पुलिस की बर्बरता के निशान उनके शरीर पर साफ देखने को मिले। 

पुलिस रात में दो बार उनके घर जाकर महिलाओं से लूटी चेन  मांगी। न देने पर परिवार को अपराधी बनाने की धमकी दी। मामला इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने पर गुरुवार दोपहर दोनों को छोड़ा गया। पीड़ित परिवार ने पुलिस आयुक्त से गुहार लगाई है।

बाबूपुरवा कालोनी निवासी सिलाई कारीगर कृष्ण कुमार श्रीवास्तव के परिवार में पत्नी सुनीता, चार बेटे मानसिक अस्वस्थ रवि, अभिषेक, सागर और 19 वर्षीय कार्तिक श्रीवास्तव और एक बहन हैं। कार्तिक बाइक रिपेयरिंग का काम करता है। इसी घर में उनके भाई फतेह कुमार श्रीवास्तव का भी परिवार रहता है। कृष्ण कुमार ने बताया कि मंगलवार रात करीब साढ़े10 बजे गेट खटखटाने की आवाज आई। उन्होंने गेट खोला तो  एक महिला दारोगा समेत 10-12 पुलिसकर्मी थे। उन्होंने बड़े भाई फतेह कुमार के बड़े बेटे गोलू के बारे में पूछा। उसके घर पर न होने की बात पर सभी घर में जबरन घुस आए और कार्तिक व फतेह कुमार के छोटे बेटे सुशील को उठाकर साथ ले गए।

रात करीब ढाई बजे महिला दारोगा समेत पुलिसकर्मी दोनों घर पहुंचे। उनके साथ अभिषेक भी था। उसके दोनों हाथों में रस्सी बंधी थी। आरोप है कि महिला दारोगा ने गाली-गलौज कर घर की महिलाओं से लूटी हुई चेन और मंगलसूत्र मांगी। उनके इन्कार करने पर अलमारी तक खोलकर देखी। जब कुछ नहीं मिला तो दारोगा पूरे परिवार को अपराधी बनाने की धमकी देकर चली गईं।

जबरन लूट कबूलने का पुलिस बना रही दबाव
पीड़ित कार्तिक और सुशील का आरोप है कि उन्हें रात में थाने में रखा गया और महिला दारोगा ने जबरन लूट कबूलने का दोनों पर दबाव बनाया। उनका कहना था कि सीसीटीवी कैमरे में भी उनकी फुटेज और बाइक मिली है, लेकिन उन दोनों ने जब इन्कार कर दिया तो रातभर पट्टे से कमर से लेकर पैर तक बेरहमी से पीटा।