विश्वनाथ मंदिर न्यास के पूर्व अध्यक्ष का सनसनीखेज दावा, श्रृंगार गौरी नियमित दर्शन मामले में आ सकता है नया मोड़

न्यास परिषद के पूर्व अध्यक्ष आचार्य अशोक द्विवेदी ने श्रृंगार गौरी के होने का दावा दो अन्य जगहों पर किया। उन्होंने यह दावा प्रामाणिक पुस्तकों के आधार पर कहा है कि श्रृंगार गौरी की स्थिति दो अन्य जगह लिखी हुई है। और वही पूर्व अध्यक्ष ने यह मांग भी कर दी कि सिंगार गौरी की वास्तविक स्थिति जानने के लिए एक कमेटी के गठन की आवश्यकता है और उन्होंने मांग भी कर दी। 

/ Updated: May 12 2022, 12:32 PM IST
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काशी में इन दिनों ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी के स्थान को लेकर कोर्ट से लेकर बाहर तक घमासान मचा हुआ हैं।  सभी की अपनी-अपनी तथ्य हैं। और इस मामले पर कोर्ट सुनवाई कर रहा है।  कोर्ट के फैसले पर 2 दिन सर्वे भी किया गया । लेकिन सर्वे का काम सिर्फ 1 दिन ही हो पाया और दूसरे दिन सर्वे का काम नहीं हो पाया पुनः यह पूरा मामला कोर्ट में पहुंचा जहां वादी और प्रतिवादी पक्ष के लोगों का आरोप और प्रत्यारोप कोर्ट के अंदर 3 दिनों से चल रहा है। आज कोर्ट ने इस पूरे मामले पर फैसला आज सुनाने की बात कही है। 

यह पूरा मामला यह है कि पांचों महिलाओं ने कोर्ट में प्रतिदिन श्रृंगार गौरी के दर्शन के लिए याचिका डाली थी। कोर्ट ने उस पर सुनवाई करते हुए उस स्थान की वीडियोग्राफी करने का आदेश दिया था लेकिन अब उस दावे पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया । काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के पूर्व अध्यक्ष ने इस पूरे मामले पर सवाल खड़ा किया है।

न्यास परिषद के पूर्व अध्यक्ष आचार्य अशोक द्विवेदी ने श्रृंगार गौरी के होने का दावा दो अन्य जगहों पर किया। उन्होंने यह दावा प्रामाणिक पुस्तकों के आधार पर कहा है कि श्रृंगार गौरी की स्थिति दो अन्य जगह लिखी हुई है। और वही पूर्व अध्यक्ष ने यह मांग भी कर दी कि सिंगार गौरी की वास्तविक स्थिति जानने के लिए एक कमेटी के गठन की आवश्यकता है और उन्होंने मांग भी कर दी। 

एशियानेट की टीम से खास बातचीत में आचार्य अशोक द्विवेदी ने किन किन सवालों के जवाब दिया, देखिए इस खास रिपोर्ट में-