'जो हमें पाकिस्तान भेजने की बात करते हैं, वो खुद चले जाएं': जमीयत उलेमा-ए-हिन्द
वीडियो डेस्क। मथुरा, ज्ञानवापी और फिर कुतुब मीनार, देशभर में लागातर सामने आ रहे मजहबी मसलों के बीच जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने 2 दिन का जलसा आयोजित किया. उत्तर प्रदेश के देवबंद में 28 मई से शुरू हुए इस जलसे का रविवार को आखिरी दिन है।
वीडियो डेस्क। मथुरा, ज्ञानवापी और फिर कुतुब मीनार, देशभर में लागातर सामने आ रहे मजहबी मसलों के बीच जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने 2 दिन का जलसा आयोजित किया. उत्तर प्रदेश के देवबंद में 28 मई से शुरू हुए इस जलसे का रविवार को आखिरी दिन है। आज मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि ये मुल्क हमारा और हम इसे बचाएंगे। किसी को अगर हमारा मजहब बर्दाश्त नहीं है तो कहीं और चले जाओ। हमको मौका मिला था पाकिस्तान जाने का। लेकिन हम नहीं गए. बात-बात पर पाकिस्तान भेजने वाले खुद पाकिस्तान चले जाएं। रविवार को कॉमन सिविल कोड सहित कई मुद्दों पर अहम प्रस्ताव पास हुए। मदनी ने जलसे में मौजूद लोगों से सब्र करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि परेशान होने की जरूयत नहीं है। हौसला रखने की जरूरत है।