अतिक्रमण हटाने पहुंचा बुलडोजर तो हाथ जोड़कर रोने लगा व्यापारी, छाती पीटते हुए कहा- हमको मार दो
उन्नाव में कल पूरे जनपद में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला। जिसमें जिसमें कई जगह जेसीबी चलाकर को हटाया गया। वहीं उन्नाव शहर में बड़े चौराहा से लेकर गांधीनगर तिराहे तक अतिक्रमण हटाओ अभियान सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में चलाया गया। वहीं एक रियल मी मोबाइल शोरूम के बाहर लोहे की सीढ़ी लगी हुई थी। जिसे हटाने के लिए प्रशासन ने कहा तो प्रशासन की जेसीबी हटाने पहुंच गई।
उन्नाव: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद जमकर अवैध अतिक्रमण हटाया जा रहे हैं सरकारी जमीन पर बनी बिल्डिंगों को गिराया जा रहा है। इसी क्रम में जनपद में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चला और शहर में जो लोग दुकानदार दुकान के सामने खड़ा कर रखा था। उनको हटाया गया किसी ने पहले से हटा रखा था तो किसी का प्रशासन जब बुलडोजर में अवैध अतिक्रमण हटा दिया। किसी कार्रवाई के दौरान एक शोरूम के बाहर लगी लोहे की सीढ़ियों पर भी बुलडोजर चला शोरूम संचालक हाथ पांव जोड़ता रहा, जिसका वीडियो आप सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। रोते हुए बोल रहा हैं, शोरूम संचालक कह रहा है। एक एक पाई जोड़ कर बनाया हैं। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर किया जा रहा है।
उन्नाव में कल पूरे जनपद में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला। जिसमें जिसमें कई जगह जेसीबी चलाकर को हटाया गया। वहीं उन्नाव शहर में बड़े चौराहा से लेकर गांधीनगर तिराहे तक अतिक्रमण हटाओ अभियान सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में चलाया गया। वहीं एक रियल मी मोबाइल शोरूम के बाहर लोहे की सीढ़ी लगी हुई थी। जिसे हटाने के लिए प्रशासन ने कहा तो प्रशासन की जेसीबी हटाने पहुंच गई। शोरूम संचालक उत्कर्ष शुक्ला हाथ जोड़ गिड़गिड़ाने लगा। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। बुलडोजर देखकर छाती पीटते हुए कह रहा शोरूम संचालक ने कहा हमको मार दो हमको मार दो।
हाथ जोड़कर रोने लगा गिड़गिड़ाते हुए बोल रहा व्यापारी हम भी भाजपा को वोट देते हैँ, पीछे हट के बनवाये हैँ ये तो प्रशासन देखे। कल कि यह शोरूम संचालक के गिड़गिड़ाने का वीडियो आज सोशल मीडिया पर वायरल कर रहा है। वही आज जब शोरूम संचालक उत्कर्ष से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकार ने बेवजह हमारे शोरूम की सीढ़ियों पर बुलडोजर चलाया है हमने नाले के पीछे अपना शोरूम बनाया है प्रशासन ने गलत तरीके से हमारी सीढ़ियों को तोड़ा है बताओ हम क्या करें हम बहुत परेशान हैं।