खेती पर निर्भर इस गांव के लोगों को क्यों है राममूर्ति बनाने से आपत्ति?

वीडियो डेस्क। अयोध्या राम जन्मभूमि से तकरीबन 3 किमी की दूरी पर भगवान राम की मूर्ति बनाई जाएगी। ये 251 फिट ऊंची मूर्ति होगी। जिस गांव में ये बनेगी उसका नाम मांझा बरेठा है। यहां 70 फीसदी आबादी पिछड़े वर्ग की है। गांव के लोगों में इस बात की खुशी है कि भगवान राम का मंदिर बन रहा है , लेकिन उनके समस्या की वजह ये है कि उन्हें बेघर होना पड़ेगा। 

/ Updated: Aug 04 2020, 05:27 PM IST

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वीडियो डेस्क। अयोध्या राम जन्मभूमि से तकरीबन 3 किमी की दूरी पर भगवान राम की मूर्ति बनाई जाएगी। ये 251 फिट ऊंची मूर्ति होगी। जिस गांव में ये बनेगी उसका नाम मांझा बरेठा है। यहां 70 फीसदी आबादी पिछड़े वर्ग की है। गांव के लोगों में इस बात की खुशी है कि भगवान राम का मंदिर बन रहा है , लेकिन उनके समस्या की वजह ये है कि उन्हें बेघर होना पड़ेगा। गांव के अरविंद कुमार के मुताबिक गांव में मूर्ति लगेगी तो गांव का विकास होगा लेकिन समस्या ये है कि जिस गांव में हम कई पीढ़ियों से रहते आए हैं वहां से बेघर होना पड़ेगा।गांव के प्रधान राम चंद्र यादव के मुताबिक, जो जमीन मूर्ति बनाने के लिए लेने की बात चल रही है वह बेहद उपजाऊ है। सरयू के किनारे बसा ये गांव मूल रूप से खेती पर ही निर्भर है। गांव के लोगों की बिना सहमति के जमीनें नहीं लेना चाहिए।