Special Report: फर्जी अभिलेखों के सहारे अविवाहित युवती की बना दी विधवा पेंशन, देखिए कैसे हुआ खुलासा
थाना गोवर्धन क्षेत्र के अंतर्गत एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जिसे सुनकर आप भी अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे। क्या आपने सुना है कि गैर शादीशुदा युवती विधवा पेंशन ले सकती है। जी हां हम आपको बताते हैं आखिर माजरा क्या है। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार पति का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के बाद महिला को विधवा पेंशन दे दी गई।
मथुरा: जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप सकते में पड़ जाएंगे। मामला विधवा पेंशन से जुड़ा हुआ है। गैर शादीशुदा युवती को फर्जी कागजात तैयार करा कर विधवा पेंशन का लाभ दिला दिया गया। शिकायत के बाद जांच हुई और जांच के बाद यह पाया गया की युवती कुंवारी है और युवती को विधवा पेंशन का लाभ अवैध तरीके से दिया जा रहा था। आनन-फानन में जांच बिठाई गई और नगर पंचायत से संबंधित कागजात उपलब्ध कराने के निर्देश एसडीएम के द्वारा दिए गए हैं।
थाना गोवर्धन क्षेत्र के अंतर्गत एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जिसे सुनकर आप भी अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे। क्या आपने सुना है कि गैर शादीशुदा युवती विधवा पेंशन ले सकती है। जी हां हम आपको बताते हैं आखिर माजरा क्या है। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार पति का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के बाद महिला को विधवा पेंशन दे दी गई। इसके अलावा कुछ ऐसे लाभार्थी हैं जिनके पति जीवित हैं और विधवा पेंशन का लाभ महिलाएं ले रही हैं। मुख्यमंत्री पोर्टल पर जब शिकायत की गई तो जिले के अधिकारियों में हड़कंप मच गया और जिला प्रोबेशन अधिकारी ने एसडीएम गोवर्धन को इस मामले की शिकायत की। जांच आख्या में यह खुलासा हुआ की गैर शादीशुदा युवती और कई महिलाएं जिनके पति जीवित हैं वह विधवा पेंशन का लाभ कई महीनों से ले रहीं थीं। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने एसडीएम गोवर्धन को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जांच आख्या प्रेषित की है।
वहीं मामला यहीं नहीं थमा। गोवर्धन के साथ-साथ राधा कुंड में भी करीब दो दर्जन महिलाएं ऐसी हैं जो बंगाल की रहने वाली हैं और वह भी फर्जी अभिलेखों के आधार पर विधवा पेंशन का लाभ ले रहीं थीं। फर्जी तरीके से विधवा पेंशन ले रही महिलाओं की शिकायत के आधार पर जांच हुई तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया और अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अधिकारियों के द्वारा जांच बिठाई गई। कृष्ण मुरारी मैथिल ने राधा कुंड में अनेक महिलाओं द्वारा कूटरचित अभिलेखों के आधार पर अवैध रूप से विधवा पेंशन की शिकायत आईजीआरएस पर की थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला प्रोबेशन अधिकारी ने जांच में पाया कि सुदेवी दास की शादी नहीं हुई है और राधा देवी का पति जीवित है। वह भी बावजूद इसके विधवा पेंशन का लाभ ले रही है। इसके अलावा कई बंगाली महिलाएं लिपिका दासी की शादी नहीं हुई और वह भी सरकार से विधवा पेंशन हर महीने ले रही थी।
विधवा पेंशन मामले को लेकर जिला प्रोबेशन अधिकारी अनुराग श्याम रस्तोगी से बात की तो उन्होंने बताया कि फर्जी तरीके से विधवा पेंशन ले रहीं थीं 2 महिलाओं का मामला प्रकाश में आया है। जन सुविधा केंद्र संचालक के द्वारा कॉपी पेस्ट कर विधवा पेंशन का आयोजन किया गया था। जांच कराई जा रही है वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।