CM मोहन यादव ने लिया फैसला को साधु संतों का भी मिल गया साथ, अब है बड़ी तैयारी

हिंदुओं के धार्मिक संदर्भों में इस्तेमाल होने वाले उर्दू शब्दों को लेकर साधु संतों की ओर से आपत्ति जताई जा रही है। जिसके बाद विभिन्न अखाड़ों की बुलाई गई बैठक में बड़ा फैसला लेने की तैयारी है।

/ Updated: Sep 06 2024, 05:00 PM IST

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हरिद्वार में संतों की ओर से हिंदुओं के धार्मिक संदर्भों में इस्तेमाल होने वाले कुछ शब्दों को हटाने की मांग की गई है। इन शब्दों में उर्दू का शब्द शाही भी शामिल है। इसकी जगह पर हिंदी या फिर संस्कृत के शब्दों को इस्तेमाल करने का सुझाव संतों के द्वारा दिया गया। उत्तराखंड के हरिद्वार में हुए इस घटनाक्रम को लेकर मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव की ओर से भी बड़ा फैसला लिए जाने की बात सामने आ रही है। इस कड़ी में उज्जैन में बाबा महाकाल की सावन में निकलने वाली शाही सवारी में शाही शब्द हटाने का फैसला लिया गया है। इस शब्द को हटाने के बाद अब शाही सवारी की जगह पर राजसी सवारी को उपयोग में लाया जाएगा। सीएम मोहन यादव की ओर से किए गए इस बदलाव को लेकर साधु संतों में खुशी की लहर देखी जा रही है। 

ज्ञात हो कि विभिन्न अखाड़ों की ओर से संतों की एक बैठक हरिद्वार में बुलाई जाएगी। इस बैठक में शाही और पेशवाई जैसे शब्दों को हटाने और उनकी जगह पर हिंदी या संस्कृत के शब्दों के इस्तेमाल को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा। बताया जा रहा है कि यह उर्दू शब्द मुगलों के प्रति भारत की गुलामी का प्रतीक हैं। लिहाजा इनमें बदलाव जरूरी है। आपको बता दें कि कुंभ के आयोजन के दौरान भी शाही स्नान जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इसमें भी बदलाव हो सकता है।