अमृतसर से राजस्थान चुनाव प्रचार में आए 'नेताजी' को हाथ जोड़कर क्यों मांगनी पड़ी माफी?
राजस्थान में चुनाव प्रचार के लिए पंजाब से आए नेता संदीप दायमा को हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ गई है। दरअसल उन्होंने गुरुद्वारा को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया जिसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। इसी के चलते उन्हें माफी मांगनी पड़ी।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक है। यहां प्रचार करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दूसरे राज्यों से भी अपने नेताओं को बुला रही है। लेकिन राजस्थान में भाजपा के एक नेता को हरियाणा से आकर बयान देना इतना महंगा पड़ गया कि अब उन्हें इसके लिए माफी मांगनी पड़ी है।
दरअसल पंजाब के नेता संदीप दायमा राजस्थान में तिजारा सीट से बाबा बालकनाथ का प्रचार करने के लिए आए थे। इस दौरान उन्होंने मंच को संबोधित करते हुए कहा था कि गुरुद्वारा नासूर है। इस बयान के बाद में सिख समाज ने संदीप का विरोध करना शुरू कर दिया। जिसके बाद अब संदीप ने वीडियो जारी कर सिख समाज से माफी मांगी है। जिनका कहना है कि उन्हें पता ही नहीं चला कि कब उनके मुंह से इस तरह की गलत बात निकल गई। वह तो केवल मस्जिद और मदरसों की बात कर रहे थे। संदीप का कहना है कि अब वह अपनी इस गलती का पश्चाताप गुरुद्वारे में जाकर करेंगे।