Jaipur: पढ़ते-पढ़ते बेहोश हुए 10 स्टूडेंट, मची चीख पुकार फिर जमकर हुआ बवाल
जयपुर में कोचिंग सेंटर में रविवार की शाम को बड़ा हादसा सामने आया। यहां अचानक ही 10 स्टूडेंट्स बेहोश हो गए। इन सभी को सोमानी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। घटना के बाद कोचिंग सेंटर के बाहर जमकर बवाल भी देखा गया।
राजस्थान की राजधानी जयपुर के महेश नगर स्थित उत्कर्ष कोचिंग संस्थान में रविवार शाम एक गंभीर हादसा हुआ, जिसमें 10 छात्र अचानक बेहोश हो गए। इनमें 8 लड़कियां और 2 लड़के शामिल हैं। इन छात्रों को तत्काल सोमानी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे की वजह जहरीली गैस का रिसाव या कोचिंग संस्थान के ऊपर बने किचन से उठने वाले धुएं को बताया जा रहा है। हालांकि, कारणों की अभी पुष्टि नहीं हुई है। इस घटना के बाद जयपुर में कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर बवाल खड़ा हो गया है।
घटना के बाद राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी ने कोचिंग संस्थान के बाहर समर्थकों संग पूरी रात धरना दिया। उनका कहना था कि जब तक संस्थान को सील नहीं किया जाता और दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, वे परिसर नहीं छोड़ेगे। चौधरी ने प्रशासन को चेतावनी दी, यदि हमारी शांतिपूर्ण मांगों को अनदेखा किया गया, तो हमें सड़कों पर उतरना पड़ेगा। जयपुर की सांसद मंजू शर्मा ने घटना का जायजा लेने के बाद छात्रों और डॉक्टरों से मुलाकात की। उन्होंने बच्चों की हालत को स्थिर बताया और घटना की जांच का आश्वासन दिया। इसके अलावा, कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार से कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा के सख्त नियम बनाने और उनकी पालना सुनिश्चित करने की मांग की।
एक छात्र के अनुसार, पिछले 10-15 दिनों से क्लासरूम में अजीब सी गंध आ रही थी, जिसकी शिकायत कई बार प्रबंधन से की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। रविवार को 201 नंबर हॉल में रीट की क्लास के दौरान यह घटना हुई। गंध से छात्रों को खांसी और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। छात्रों का आरोप है कि बेहोश होने के बाद भी कोचिंग प्रबंधन ने आधे घंटे तक उन्हें संस्थान के अंदर ही रखा। इसके बाद छात्रों को अस्पताल भेजा गया। छात्रों ने यह भी कहा कि संस्थान में क्षमता से अधिक विद्यार्थी भरे जाते हैंए और उनकी सुरक्षा को नजरअंदाज किया जाता है। यह घटना कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाती है। छात्रों और अभिभावकों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच और कोचिंग संस्थानों की कुव्यवस्थाओं पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।