CDS जनरल बिपिन रावत की बहादुर बेटियों ने गंगा में विसर्जित की माँ बाप की अस्थियां
शनिवार को हरिद्वार में विधि विधान के साथ सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अस्थियां उनकी बेटीयों ने गंगा में प्रवाहित की। सेना के विशेष विमान सेअपने पिता सीडीएस जनरल बिपिन रावत और मां मधुलिका रावत की अस्थियां को लेकर हरिद्धार पहुंची थीं। हिंदू रिति रिवाज के साथ गंगा नदी में अस्थियों का विसर्जन किया गया।
हरिद्वार: विमान हादसे में शहीद हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अस्थियों को उनकी बेटियां सेना के विशेष विमान से लेकर हरिद्वार पहुंची। यहां पर उन्होंने हिन्दू रीति रिवाज से नम आँखों के साथ माता पिता की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित कर दिया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार पहुंच कर जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) को श्रद्धांजलि दी साथ ही दोनो बेटियों से भी मुलाकात की।
अंतिम संस्कार के समय दी गई 17 तोपों की सलामी
बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली कैंट में शाम को जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया था। दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी ने एकसाथ उन्हें मुखाग्नि दी थी। तीनों सेनाध्यक्षों और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जनरल रावत को अंतिम श्रद्धांजलि दी थी। इस दौरान उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई थी। इस दौरान 800 जवान यहां मौजूद रहें। जनरल रावत की यूनिट 5/11 गोरखा राइफल्स अंतिम संस्कार की व्यवस्था संभाल रखी थी। इससे पहले रावत के अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली की सड़कों पर लोगों की भीड़ लगी रही। जहां-जहां से भी शव वाहन गुजरा वहां लोग हाथ में तिरंगा लिए अमर रहें के नारे लगाते दिखे।