PM सिटी में शुरू हुआ 'काशी फिल्म महोत्सव' कैलाश खेर के गानों पर थिरके काशीवासी, देखें वीडियो

शाम 7 बजे कैलाश जैसे ही मंच पर पहुंचे पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कैलाश ने शुरुआत आओ जी, आओ जी से की। इसके बाद मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया..., मेरे भोले..., तौबा तौबा तौबा उफ्फ, तौबा तौबा वे काशी तेरी सूरत की धुन छेड़ी तो जनता ने भी सुर में सुर मिलाया।

/ Updated: Dec 28 2021, 02:49 PM IST

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वाराणसी: प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के संसदीय क्षेत्र कहे जाने वाले वाराणसी (Varanasi) में सोमवार को काशी फिल्म महोत्सव (kashi film mahotsav) का आगाज कैलाश खेर (kailash kher) की सूफियाना गीतों से हुआ। उद्घाटन समारोह में कैलाश ने जहां काशी में शिव की अलख जगाई। वहीं, प्रशंसक भी सूफी गीतों पर झूमते रहे। शाम ढलने के साथ ही सिगरा स्टेडियम का मैदान दर्शकों से भरने लगा, बस हर किसी को अपने चहेते गायक कैलाश खेर की एक झलक का इंतजार था।

शाम 7 बजे कैलाश जैसे ही मंच पर पहुंचे पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कैलाश ने शुरुआत आओ जी, आओ जी से की। इसके बाद मैं तो तेरे प्यार में दीवाना हो गया..., मेरे भोले..., तौबा तौबा तौबा उफ्फ, तौबा तौबा वे काशी तेरी सूरत की धुन छेड़ी तो जनता ने भी सुर में सुर मिलाया।

इसके बाद दर्शकों की मांग पर कैसे बताएं क्यों तुझको चाहे...के सुरों ने रुमानियत घोली। कैलाश खेर ने शिव और काशी से अपने रिश्ते को जोड़ते हुए रंग दीनी रंग दीनी, पिया के रंग रंग दीनी ओढ़नी...की प्रस्तुति दी। इसके बाद जानिया तेरे बिन नई लगदा दिल मेरा ढोलना... के बाद तेरे नाम से जी लूं तेरे नाम से मर जाऊं...समेत क ई गीतों की प्रस्तुतियां दीं।

फिल्म विकास परिषद के चेयरमैन और हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव ने मंच संभाला तो पूरा स्टेडियम ठहाकों से गूंज उठा। नेता से लेकर अभिनेता, नायक से लेकर खलनायक और खेल से लेकर खिलाड़ी तक हर किसी को उन्होंने हास्य के रंगों में पिरोया। उन्होंने मंच से कहा कि जो हंसे उसका घर बसे और जिसका घर बसे फिर पूछो उससे कभी हंसे...। राजू ने चुटीले अंदाज में कहा कि बनारस में प्रशासन को बहुत सुधार करने की जरूरत है खासकर नगर निगम को। एक जगह सड़क पर नगर निगम के बोर्ड पर लिखा हुआ है कि कृपया बाएं हाथ से चलें। किसी का बाप नहीं चल सकता है, मैंने कोशिश की तो कोहनी छिल गई।