गाय के कम दूध देने पर लगाया जाता है ये भयानक इंजेक्शन, दुकान पर छापेमारी के दौरान 216 वायल हुए बरामद

मुरादाबाद जनपद के नागफनी थाना क्षेत्र के नवाबपुरा में एक किराना स्टोर पर छापा मार कार्यवाही करते हुए,खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीम ने  गाय और भैंस को लगाए जाने वाले ऑक्सीटोसिन के वायल भारी मात्रा में बरामद किए हैं, बता दें कि इस इंजेक्शन का इस्तेमाल अधिकांश प्रसव पीड़ा और प्रसव के दौरान गर्भाशय ग्रीवा के फैलाव के लिए ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन दिया जाता है।

/ Updated: May 08 2022, 02:32 PM IST

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मुरादाबाद जनपद के नागफनी थाना क्षेत्र के नवाबपुरा में एक किराना स्टोर पर छापा मार कार्यवाही करते हुए,खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की टीम ने  गाय और भैंस को लगाए जाने वाले ऑक्सीटोसिन के वायल भारी मात्रा में बरामद किए हैं, बता दें कि इस इंजेक्शन का इस्तेमाल अधिकांश प्रसव पीड़ा और प्रसव के दौरान गर्भाशय ग्रीवा के फैलाव के लिए ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन दिया जाता है। भैंस और गाय के कम दूध देने पर ऑक्सीटोसिन लगाया जाता है, इससे 10 से 15 दिन बाद पशु पूरा दूध देने लगता है।इस छापामार कार्यवाही के विषय में जानकारी देते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग के अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि ऐसा था कि प्रमुख सचिव खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन के दिए गए निर्देशों के क्रम में जिसमें संपूर्ण उत्तर प्रदेश में ओकसोटोसिन को लेकर छापामार कार्यवाही चल रही है, उसी को ध्यान में रखकर हमने कल अपने एक व्यक्ति को सलीम किराना स्टोर सैनियो वाली गली नवाबपुरा में भेजा,जिसने वहां से यह इंजेक्शन खरीदा हमारी टीम ने पूरी निगाह रखी, हमने एक टीम बनाई,औषधि निरीक्षक मुकेश जैन, और खाद्य सुरक्षा अधिकारी धीरज कुमार के साथ पुलिस बल के साथ इस किराना स्टोर पर दबिश दी है, और उसके स्टोर से 216 वायल प्रतिबंधित ऑक्सिटोसिन की बरामद की गई है, जिस को सीज करके आरोपी सलीम पत्र अब्दुल लतीफ निवासी सैनियो वाली गली नवाबपुरा के खिलाफ माननीय न्यायालय में परिवाद दायर किया जाएगा।