'गालीबाज' दरोगा का वीडियो वायरल बोला- भग यहां से मरबा जूता से...देखें वीडियो
घंटों तक एफआईआर नहीं लिखी। उनसे कहा कि जब बड़े साहब आएंगे तो उनसे अपनी बात कह देना। काफी देर इंतजार करने के बाद जब आशीष ने उप निरीक्षक मनोज सिंह से पूछा तो गाली-गलौच शुरू कर दी। साथ ही अभद्रता कर थाने से भगा दिया।
जौनपुर: पुलिस प्रशासन (Police Administration) जिस पर सबकी रक्षा की जिम्मेदारी होती है। लेकिन आज कल पुलिस जनता की सुरक्षा कम अपनी वर्दी का दुरुपयोग ज्यादा कर रही है। जौनपुर का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें पीड़ित द्वारा एफआईआर (FIR) ना लिखने का कारण पूछने पर दरोगा गाली देने लगा और बोला भक्क यहां से…, मारब जूता से…। आरोप है कि 19 को जब उसकी मां थाने गई तो घंटों तक एफआईआर नहीं लिखी। उनसे कहा कि जब बड़े साहब आएंगे तो उनसे अपनी बात कह देना। काफी देर इंतजार करने के बाद जब आशीष ने उप निरीक्षक मनोज सिंह से पूछा तो गाली-गलौच शुरू कर दी। साथ ही अभद्रता कर थाने से भगा दिया।
क्या है मामला
बक्शा थाना क्षेत्र के बबुरा गांव में 4 दिसम्बर की रात राजेन्द्र प्रसाद यादव (45) ने फांसी पर लटका हुआ शव मिला था। थानाध्यक्ष दिव्य प्रकाश सिंह ने जांच पड़ताल के बाद शव मोर्चरी में रखवा दिया। रविवार को पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के बेटे आशीष यादव के मुताबिक, राजेंद्र ने गांव के ही एक व्यक्ति को जमीन बेची थी। जमीन बेचने के बाद उन्हें पैसे नहीं मिले थे। इसी कारण से तनावग्रस्त होकर उन्होंने फांसी लगाकर जान दे दी। आशीष ने बताया कि 13 दिसंबर को पुलिस को तहरीर दी थी। 18 दिसंबर को पुलिस ने उनके घर आकर फिर से प्रार्थना पत्र लिया। साथ ही अगले दिन थाने में बुलाया।
एसओ बोले- वीडियो का मामला उनके संज्ञान में नहीं
आरोप है कि 19 को जब उसकी मां थाने गई तो घंटों तक एफआईआर नहीं लिखी। उनसे कहा कि जब बड़े साहब आएंगे तो उनसे अपनी बात कह देना। काफी देर इंतजार करने के बाद जब आशीष ने उप निरीक्षक मनोज सिंह से पूछा तो गाली-गलौच शुरू कर दी। साथ ही अभद्रता कर थाने से भगा दिया। एसओ दिव्य प्रकाश सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो का मामला उनके संज्ञान में नहीं है। इस घटनाक्रम के बारे में पीड़ित शिकायत कर रहा है, उसकी जांच कराकर मामले में विधिक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल सीओ सदर को जांच सौप दी गयी है।